अब छोटे कुत्ते यानी की टॉय ब्रिड वाले पालतू पपीज किडनी फेल होने से नहीं मरेंगे. क्योंकि इनके लिए भी डायलिसिस यूनिट बनने वाला है. पहले सिर्फ बड़े कुत्तों या 15 किलो से ज्यादा वज वाले कुत्तों की डायलिसिस की सुविधा थी. अब इस बड़े बदलाव से छोटे कुत्तों का इलाज भी संभव हो पाएगा.अब छोटे कुत्ते यानी की टॉय ब्रिड वाले पालतू पपीज किडनी फेल होने से नहीं मरेंगे. क्योंकि इनके लिए भी डायलिसिस यूनिट बनने वाला है. पहले सिर्फ बड़े कुत्तों या 15 किलो से ज्यादा वज वाले कुत्तों की डायलिसिस की सुविधा थी. अब इस बड़े बदलाव से छोटे कुत्तों का इलाज भी संभव हो पाएगा.