स्मृति ने बचपन के दिनों को याद करते हुए बताया कि वो 1246, आरके पुरम में रहा करती थीं. इस घर में अभी उनके जानने वाले रहते हैं. स्मृति ने ऊपर के एक घर की ओर इशारा करते हुए बताया कि ये घर है. यहां पर मां, तीन बेटियां, नाना-नानी, दो मासियां और एक मामा रहा करते थे. एक कमरे का घर है, सब इसी में रहते थे.