एक सोशल एक्टिविस्ट ने 1998-2014 के बीच कर्नाटक के मंदिरों के शहर धर्मस्थल में लोगों को सामूहिक रूप से दफनाने और यौन शोषण एवं हमले का आरोप लगाया है. इन आरोपों से जनता में भारी आक्रोश फैल गया है. इस एक्टिविस्ट की शिकायतों, सबूतों और नए आरोपों के आने बाद राज्य सरकार ने इन दावों की जांच के लिए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है.