छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में गुमशुदा हरीओम वैष्णव को मृत मानकर परिजनों ने डंगनिया नदी से मिले शव की पहचान कर अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली थी. लेकिन आधी रात को हरीओम जीवित घर लौट आया, जिसे देखकर लोग ‘भूत’ समझ भागने लगे. बाद में परिजनों की खुशी लौटी, पर असली शव की पहचान अब पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है.छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में गुमशुदा हरीओम वैष्णव को मृत मानकर परिजनों ने डंगनिया नदी से मिले शव की पहचान कर अंतिम संस्कार की तैयारी कर ली थी. लेकिन आधी रात को हरीओम जीवित घर लौट आया, जिसे देखकर लोग ‘भूत’ समझ भागने लगे. बाद में परिजनों की खुशी लौटी, पर असली शव की पहचान अब पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई है.