देश में साल 1969 में ऐसा वक्त आया, जब राष्ट्रपति जाकिर हुसैन के निधन के बाद उपराष्ट्रपति वीवी गिरि ने भी अपने पद से इस्तीफा दे दिया. एक ही समय पर देश के दोनों शीर्ष संवैधानिक पद राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति खाली हो गए. इस असाधारण स्थिति में भारत की बागडोर न्यायपालिका के हाथों में गई और तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश मोहम्मद हिदायतुल्ला को कार्यवाहक राष्ट्रपति की जिम्मेदारी सौंपी गई.