मित्रों को श्राद्ध में क्यों नहीं बुलाना चाहिए, इसका मुख्य कारण मत्स्य पुराण के 16वें अध्याय के श्लोक संख्या 30 से 35 के बीच मिलता है. यहां उल्लेख है कि बुद्धिमान व्यक्ति को चाहिए देव कार्य में दो, पितृ कार्य में भी दो या दोनों कार्यों में एक–एक ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए.मित्रों को श्राद्ध में क्यों नहीं बुलाना चाहिए, इसका मुख्य कारण मत्स्य पुराण के 16वें अध्याय के श्लोक संख्या 30 से 35 के बीच मिलता है. यहां उल्लेख है कि बुद्धिमान व्यक्ति को चाहिए देव कार्य में दो, पितृ कार्य में भी दो या दोनों कार्यों में एक–एक ब्राह्मण को भोजन कराना चाहिए.