ट्रंप के सहयोगी के मुताबिक भारत का सख़्त रुख़ ज़्यादा दिन नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि शुरू में बड़े ग्राहक से टकराना अच्छा लगता है, लेकिन अंत में कारोबारी वर्ग अमेरिका से समझौता चाहेगा. लुटनिक ने दावा किया कि एक-दो महीने में भारत बातचीत की मेज़ पर लौटेगा. वे माफ़ी मांगेंगे और डोनाल्ड ट्रंप के साथ समझौता करने की कोशिश करेंगे. लुटनिक ने आगे कहा कि आखिरकार फैसला डोनाल्ड ट्रंप का होगा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से कैसे पेश आएं. उन्होंने कहा कि ट्रंप राष्ट्रपति हैं और यह फैसला उन्हीं की मेज़ पर होगा.ट्रंप के सहयोगी के मुताबिक भारत का सख़्त रुख़ ज़्यादा दिन नहीं चलेगा. उन्होंने कहा कि शुरू में बड़े ग्राहक से टकराना अच्छा लगता है, लेकिन अंत में कारोबारी वर्ग अमेरिका से समझौता चाहेगा. लुटनिक ने दावा किया कि एक-दो महीने में भारत बातचीत की मेज़ पर लौटेगा. वे माफ़ी मांगेंगे और डोनाल्ड ट्रंप के साथ समझौता करने की कोशिश करेंगे. लुटनिक ने आगे कहा कि आखिरकार फैसला डोनाल्ड ट्रंप का होगा कि वह प्रधानमंत्री मोदी से कैसे पेश आएं. उन्होंने कहा कि ट्रंप राष्ट्रपति हैं और यह फैसला उन्हीं की मेज़ पर होगा.