समाजवादी पार्टी मस्जिद प्रकरण में जिस तरह सफाई देने लगी उससे ऐसा लगा कि कहीं न कहीं कुछ ऐसा हुआ है जो नहीं होना चाहिए था. मुसलमानों की इबादतगाह में अखिलेश यादव-डिंपल यादव की मौजूदगी सपा नेताओं का जमा होना मुसलमानों को भी ठीक नहीं लगा है. तो फिर इस मुद्दे को भाजपा द्वारा उछाला जाना तो लाजमी ही था.