विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाक़ात तिआनजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान हुई. मिसरी के अनुसार वार्ता में इस बात पर जोर दिया गया कि भारत और चीन प्रतिस्पर्धी नहीं बल्कि साझेदार बनें. दोनों नेताओं ने सहमति जताई कि मतभेदों को विवाद में न बदला जाए और स्थिर, मैत्रीपूर्ण संबंध दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के लिए लाभकारी होंगे.विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाक़ात तिआनजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन के दौरान हुई. मिसरी के अनुसार वार्ता में इस बात पर जोर दिया गया कि भारत और चीन प्रतिस्पर्धी नहीं बल्कि साझेदार बनें. दोनों नेताओं ने सहमति जताई कि मतभेदों को विवाद में न बदला जाए और स्थिर, मैत्रीपूर्ण संबंध दोनों देशों के 2.8 अरब लोगों के लिए लाभकारी होंगे.