आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ सब कुछ तय नहीं करता, बीजेपी का फैसला वही लेती है. उन्होंने पारदर्शी और स्वच्छ नेतृत्व पर जोर दिया. मोहन भागवत ने उदाहरण देकर बताया कि संघ अच्छे कामों में सबकी मदद करता है.आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि संघ सब कुछ तय नहीं करता, बीजेपी का फैसला वही लेती है. उन्होंने पारदर्शी और स्वच्छ नेतृत्व पर जोर दिया. मोहन भागवत ने उदाहरण देकर बताया कि संघ अच्छे कामों में सबकी मदद करता है.
प्रमुख बयान — “हम तय करते तो इतना टाइम लगता क्या?”
संघ भूमिका पर स्पष्टता
मोहन भागवत ने स्पष्ट किया कि RSS, BJP के अध्यक्ष या अन्य संगठनात्मक नियुक्तियों में सीधे हस्तक्षेप नहीं करता। यह निर्णय BJP स्वयं लेती है। उन्होंने कहा:“इस मामले में सलाह तो दी जा सकती है, लेकिन फैसला उस फील्ड में उनका है और इस फील्ड में हमारा है… हम तय नहीं करते हैं। हम तय करते तो इतना समय लगता क्या?”, इस पर मँडली में हँसी उठ पड़ी। AajTakhttps://www.lokmatnews.in/Live Hindustan
अंतिम निर्णय BJP का हक़
उन्होंने यह भी कहा कि BJP को अंततः अपनी पार्टी के मामले में निर्णय लेने की स्वतंत्रता है — RSS केवल सुझाव दे सकता है। Navbharat TimesThe Times of Indiaबीजेपी–RSS के बीच तालमेल बरकरार
उन्होंने यह भी रेखांकित किया कि RSS और BJP के बीच कोई संघर्ष नहीं है; दोनों में मज़बूत समन्वय और विश्वास बना हुआ है। The Economic TimesLive Hindustan
मुख्य बिंदुओं का सारांश
विषय | विवरण |
---|---|
क्या कहा? | “हम तय करते तो इतना टाइम लगता क्या?” — मज़ाकिया अंदाज़ में कहा कि अगर संघ सब तय करता, तो इतना समय नहीं लगता। |
RSS की भूमिका | यह संगठनात्मक फैसले नहीं लेता, केवल सुझाव दे सकता है। |
BJP की स्वायत्तता | पार्टी की नेतृत्व नियुक्तियां BJP की आंतरिक प्रक्रिया का हिस्सा हैं। |
राजनीतिक तालमेल | RSS और BJP के बीच कोई मतभेद नहीं; सहयोग और समन्वय स्पष्ट है। |