हाईवे बहा, इमारतें-दुकानें ढहीं, फुट ब्रिज भी नदी में समाया… कुल्लू-मनाली में बारिश का रौद्र रूप

TARESH SINGH
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हिमाचल प्रदेश के कुल्लू-मनाली में भारी बारिश से ब्यास नदी उफान पर है. एनएच3 का 3 किलोमीटर हिस्सा बह गया, कई इमारतें और दुकानें ढहीं, जबकि दवाड़ा के पास फुट ब्रिज भी नदी में समा गया. पंडोह डैम से 90 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. प्रशासन ने लोगों को अलर्ट जारी कर नदी-नालों से दूर रहने की अपील की है.

कुल्लू–मनाली में बारिश का प्रलयंकारी रूप

1. प्राकृतिक विनाश का प्रभाव

  • बीस नदी के तेज बहाव ने मनाली के आसपास कई होटलों, दुकानों और इमारतों को बहा दिया। मुख्य सड़कें, फुटब्रिज और कई छोटे पुल भी पानी में समा गए।EditorjiThe Logical Indian

  • शिकंजा कसे हुए बारिश ने राष्ट्रीय राजमार्ग (चंडीगढ़–मनाली हाईवे) को तबाह कर दिया और कई स्थानों पर मार्ग अवरुद्ध कर दिए—जिनमें से कुछ ऐसे हैं जहाँ फुटब्रिज पूरी तरह पानी में धँस गएThe Times of IndiaThe Logical Indian

2. यातायात और बुनियादी ढांचे प्रभावित

  • भारी बारिश और भूस्खलन के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग-3 समेत चार लेन मार्ग अवरुद्ध हो गए, जिससे Manali–Leh मार्ग सहित कई अहम रूट बंद हुए।The Times of India+1The Logical Indian

  • स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं ताकि विद्यार्थियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।The Times of India

3. राहत कार्य और प्रशासनिक कदम

  • प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करना शुरू कर दिया है और राहत कार्य त्वरित गति से चल रहे हैं।The Times of India+1

  • बिजली और जल आपूर्ति भी बाधित हो गई है, जिससे अनेक ट्रांसफॉर्मर और पानी की योजनाएँ प्रभावित हुई हैं।The Times of India+1

4. जुमले और तुलना की झलक

  • फोटो में दिखने वाला दृश्य पिछले कुछ वर्षों में हिमाचल की आपदाप्रवण स्थितियों—जैसे 2012 और 2023 में भारी बादल फटने और बाढ़ की घटनाओं—से मिलता-जुलता है, जहाँ सड़कें और पुल बह गए थे।Wikipedia+1


ताजापनक स्थिति का सारांश

स्थितिविवरण
मौसम चेतावनीलगातार बारिश, IMD ने कई जिलों में ‘अत्यधिक भारी बारिश’ का रेड अलर्ट जारी किया।
डूब गए ढांचेभवन, दुकानें, होटल, फुटब्रिज, पुल नदी में समा गए।
यातायात ठपकई राष्ट्रीय राजमार्ग और स्थानीय मार्ग बंद—यात्री और माल दोनों प्रभावित।
शिक्षा बंदस्कूल-कॉलेज बंद करने का निर्णय लिया गया।
राहत रणनीतिप्रशासन और SDRF राहत अभियान में जुटे—लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया।

निष्कर्ष

कुल्लू–मनाली में इस प्रलयंकारी बारिश ने पर्यटक स्थलों की पहचान बदलकर एक संकट ग्रस्त स्थिति बना दी है। पर्यटन, व्यापार, परिवहन—सब प्रभावित हुए हैं। इस बीच प्रशासन, राहत कर्मी और स्थानीय समुदाय एकजुट होकर बचाव और पुनर्निर्माण कार्यों में जुटे हैं।

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