सुपरस्टार रजनीकांत की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘कूली (Coolie)’ को लेकर हाल ही में बड़ा अपडेट सामने आया है। सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन (CBFC) ने मद्रास हाईकोर्ट को बताया कि फिल्म के निर्माताओं ने सेंसर बोर्ड द्वारा सुझाए गए और कट्स लगाने से इनकार कर दिया था। इसके चलते उन्हें ‘U/A’ या ‘U’ सर्टिफिकेट की जगह सीधा ‘A’ सर्टिफिकेट (Adults Only) स्वीकार करना पड़ा।
H2: मामला क्या है?
याचिकाकर्ता ने मद्रास हाईकोर्ट में दायर याचिका में आरोप लगाया था कि फिल्म ‘कूली’ में कुछ ऐसे दृश्य और संवाद हैं जो समाज में नकारात्मक असर डाल सकते हैं।
इस पर सुनवाई करते हुए CBFC ने अदालत को बताया कि फिल्म का पूरा रिव्यू किया गया।
बोर्ड ने फिल्म को ‘U/A’ (12 वर्ष से ऊपर) सर्टिफिकेट देने के लिए कुछ और कट्स सुझाए थे।
लेकिन निर्माताओं ने यह कहते हुए आगे कट लगाने से मना कर दिया कि इससे फिल्म की क्रिएटिव इंटिग्रिटी प्रभावित होगी।
इसके बाद, नियमों के मुताबिक फिल्म को ‘A’ सर्टिफिकेट जारी किया गया।
H2: CBFC ने अदालत को क्या बताया?
CBFC ने स्पष्ट किया कि उन्होंने फिल्म की सामग्री को लेकर अपनी जिम्मेदारी पूरी तरह निभाई है।
सेंसर बोर्ड ने यह भी बताया कि ‘A’ सर्टिफिकेट का मतलब है कि फिल्म केवल 18 वर्ष से अधिक उम्र के दर्शकों के लिए उपयुक्त है।
अदालत को भरोसा दिलाया गया कि फिल्म का प्रमाणन प्रक्रिया पूरी तरह नियमों और कानूनी ढांचे के तहत किया गया है।
H2: ‘कूली’ फिल्म पर विवाद क्यों?
‘कूली’ सुपरस्टार रजनीकांत की सबसे चर्चित आने वाली फिल्मों में से एक है।
फिल्म का निर्देशन लोकप्रिय डायरेक्टर लोकेश कनगराज कर रहे हैं, जिनका नाम बड़े-बड़े एक्शन थ्रिलर्स से जुड़ा है।
फिल्म का टीज़र रिलीज़ होने के बाद से ही इसमें इस्तेमाल किए गए डायलॉग और हिंसक दृश्य विवादों में आ गए।
याचिकाकर्ता का कहना था कि फिल्म के कुछ दृश्य समाज पर नकारात्मक असर डाल सकते हैं, खासकर युवा दर्शकों पर।
H2: हाईकोर्ट की सुनवाई और आगे की राह
मद्रास हाईकोर्ट ने CBFC के जवाब को रिकॉर्ड में दर्ज कर लिया है।
अदालत ने यह भी कहा कि चूंकि फिल्म को ‘A’ सर्टिफिकेट दिया जा चुका है, इसलिए केवल वयस्क दर्शक ही इसे देख पाएंगे।
अगली सुनवाई में अदालत यह तय कर सकती है कि फिल्म को लेकर कोई और कार्रवाई जरूरी है या नहीं।
H3: फिल्म इंडस्ट्री पर असर
यह मामला क्रिएटिव फ्रीडम बनाम सेंसरशिप की बहस को एक बार फिर से तेज कर रहा है।
फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कई लोगों का मानना है कि ‘A’ सर्टिफिकेट फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर असर डाल सकता है, क्योंकि परिवार के दर्शक इसे नहीं देख पाएंगे।
दूसरी ओर, कुछ फिल्मकार इसे एक सकारात्मक कदम मानते हैं क्योंकि इससे बिना कट लगाए फिल्म अपने मूल रूप में दर्शकों तक पहुंचेगी।
H2: ‘कूली’ से क्या उम्मीदें?
‘कूली’ से दर्शकों को एक हाई-ऑक्टेन एक्शन एंटरटेनर की उम्मीद है।
फिल्म में रजनीकांत का नया लुक और कंगाराज की डायरेक्शन स्टाइल पहले ही फैंस के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है।
विवादों के बावजूद, ट्रेड एनालिस्ट्स का मानना है कि फिल्म की ओपनिंग रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
निष्कर्ष
‘कूली’ को लेकर विवाद और अदालत की कार्यवाही इस बात का प्रमाण हैं कि बड़ी फिल्मों पर हमेशा पब्लिक इंटरेस्ट और सेंसरशिप को लेकर सवाल उठते रहते हैं। हालांकि, निर्माताओं का ‘A’ सर्टिफिकेट स्वीकार करना यह दर्शाता है कि वे फिल्म को अपनी मौलिकता के साथ दर्शकों तक पहुँचाना चाहते हैं। अब देखना यह होगा कि रिलीज़ के बाद दर्शकों और आलोचकों की प्रतिक्रिया कैसी रहती है।