वाणी ने सोचा कि अब समय सैलरी नहीं बल्कि मेंटल हेल्थ को महत्व देने का है. वाणी मेरठ में सरकारी बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर के पद पर थीं.वाणी ने सोचा कि अब समय सैलरी नहीं बल्कि मेंटल हेल्थ को महत्व देने का है. वाणी मेरठ में सरकारी बैंक में प्रोबेशनरी ऑफिसर के पद पर थीं.