आईपीएस अंजना कृष्णा और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के बीच हुई तल्ख बातचीत ने एक बार फिर साबित किया है कि नेता अधिकारियों से अपनी बात मनवाने के लिए किस हद तक जा सकते हैं. अजित पवार का बैकग्राउंड भी ऐसा रहा है कि उनकी सफाई लोगों के गले नहीं उतरेगी.आईपीएस अंजना कृष्णा और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार के बीच हुई तल्ख बातचीत ने एक बार फिर साबित किया है कि नेता अधिकारियों से अपनी बात मनवाने के लिए किस हद तक जा सकते हैं. अजित पवार का बैकग्राउंड भी ऐसा रहा है कि उनकी सफाई लोगों के गले नहीं उतरेगी.