पारंपरिक लोकगीत ‘जूती मेरी जांदी है पहाड़िए दे नाल’ सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यह गीत शादी के दौरान दुल्हन के मायके से ससुराल जाने की भावनाओं को मस्ती-मजाक के अंदाज में दर्शाता है. गाने में दुल्हन नखरे करती है और ससुराल वालों को मना करती है, लेकिन अंत में पति के आने पर खुशी-खुशी ससुराल जाती है.पारंपरिक लोकगीत ‘जूती मेरी जांदी है पहाड़िए दे नाल’ सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. यह गीत शादी के दौरान दुल्हन के मायके से ससुराल जाने की भावनाओं को मस्ती-मजाक के अंदाज में दर्शाता है. गाने में दुल्हन नखरे करती है और ससुराल वालों को मना करती है, लेकिन अंत में पति के आने पर खुशी-खुशी ससुराल जाती है.