नीचे विस्तार से हिंदी में बताया गया है कि कैसे चीन की पारंपरिक दवा Ejiao के बढ़ते मांग ने दुनिया भर में लगभग 60 लाख गधों की हत्या को जन्म दिया है — एक पर्यटन और इकोनॉमिक संकट के साथ-साथ एक मानवीय और पारिस्थितिक आपदा।
मासिक जानकारी — कितना वाकई सच है?
वध की संख्या
The Donkey Sanctuary की रिपोर्ट के अनुसार, हर साल लगभग 5.9 मिलियन (लगभग 60 लाख) गधों की हत्या की जाती है, जो बहुत ही न्यूनतम अनुमान है। यह संख्या 2027 तक बढ़कर 6.7 मिलियन तक पहुंचने की संभावना है।
thedonkeysanctuary.org.ukअन्य अनुमान पश्चिमी शोधों में यह बताते हैं कि 4 से 5 मिलियन गधे सालाना वध किए जाते हैं, जो दुनिया की लगभग 10% गधा आबादी के बराबर है।
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गधों का क्या महत्व है?
स्थानीय जीवन और आजीविका पर प्रभाव
अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में लाखों गरीब परिवारों के लिए गधे जीवन का अभिन्न हिस्सा हैं — खेत जोतने, सामान ढोने और पानी लाने का ज़रिया। गधों के बिना, परिवारों की आजीविका धराशायी हो रही है।
The Guardian+1thedonkeysanctuary.org.ukBrookeकेन्या में एक क्षेत्र में देखा गया कि 90% से अधिक महिलाएँ गधा चोरी का शिकार हुई, जिसके परिणामस्वरूप बच्चों, खासकर लड़कियों, को स्कूल छोड़ना पड़ रहा है।
The Guardianपरिवारों की आय में गिरावट, महिलाओं की मेहनत बढ़ना, बच्चों का बचपन प्रभावित होना — यह सब वध की कूटनीतिक और मानवधिकारीय समस्या बन गया है।
स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी पर प्रतिबंध
अस्वच्छ परिवहन और वध की स्थितियाँ MRSA एवं African horse sickness जैसी बीमारियों का जोखिम पैदा कर रही हैं, जो मानव और पशु दोनों के लिए खतरनाक हैं।
National Geographicthedonkeysanctuary.org.ukगधे संदूषण, अवशेषों का अनुचित निस्तारण और जंगल-तंत्र में आयातित त्वचाओं से फैलने वाले रोग — यह लोक स्वास्थ्य और पारिस्थिति दोनों के लिए चिंतनीय है।
प्रमुख कारण: चीन में Ejiao का बढ़ता चलन क्यों?
Ejiao, चीन की पारंपरिक दवा जो गधा की त्वचा से कोलेजन लेकर बनती है, अब ख़ास वर्ग की तक़रीबन घरेलू मांग बन गई है।
टीवी धारावाहिकों जैसे Empresses in the Palace में दिखने के बाद यह लोकप्रियता और बढ़ी।
गोरों की आबादी 1990 में 11 मिलियन से घटकर अब सिर्फ़ 2 मिलियन रह गई है, और उत्पादन बढ़ा रहने के कारण अधिकांश त्वचा अफ्रीका और लैटिन अमेरिका से आयातित की जा रही है।
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वर्धित मूल्य और चोर-नेटवक
गधों की संख्या कम होने से उनकी कीमत आसमान छू रही है — जैसे पाकिस्तान में गधों की कीमतें ₹30,000 से बढ़कर ₹2 लाख तक हो गई हैं।
The Economic Timesइससे चोरी और अवैध वध को बढ़ावा मिला है — कई देशों में गधों को चोरी करके रात में मारकर उन्हें खाल के लिए बेच दिया जाता है।
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प्रतिक्रियाएं और समाधान
अफ़्रीकी यूनियन और अन्य सरकारों की पहलें
अफ्रीकी यूनियन ने 2024 में महाद्वीप स्तर पर गधा वध व त्वचा व्यापार पर प्रतिबंध का प्रस्ताव रखा — जो कई अफ्रीकी देशों द्वारा जिम्मेदारी से समर्थित है।
The GuardianScience FocusBrookeब्राज़ील में भी राष्ट्रीय संसद में गधा व घोड़े वध पर प्रतिबंध लगने की दिशा में विधेयक है।
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जागरूकता और जागृति
The Donkey Sanctuary जैसे संस्थानों ने इस पर रिपोर्ट और जागरूकता अभियान तेज किए हैं। उनका कहना है कि गधे संवेदना रखते हैं, उन्हें “सेविंग्स अकाउंट” की तरह देखा जाए ताकि लोगों को उनके महत्व का एहसास हो।
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सारांश तालिका
कारक | विवरण |
---|---|
वार्षिक वध | लगभग 5.9–6.7 मिलियन गधे |
मुख्य उपयोग | पारंपरिक दवा Ejiao के लिए त्वचा |
प्रभावित क्षेत्र | अफ्रीका, लैटिन अमेरिका, एशियाई गरीब समुदाय |
आर्थिक/जनसांख्यिकीय असर | गरीबी, शिक्षा में गिरावट, स्वास्थ्य और पारिस्थितिकी संकट |
प्रतिबंध | अफ्रीकी यूनियन, ब्राज़ील, अन्य देशों में कानून प्रस्तावित |
भविष्य की दिशा | वैकल्पिक कोलेजन स्रोत, एंटी-स्टील्थ कानून, शोध व उपभोग में कमी |
निष्कर्ष
चीन की पारंपरिक चिकित्सा के लिए बढ़ती मांग ने दुनिया भर में गधों की हत्या को एक बड़ा व्यापार बना दिया है — जो दुर्भाग्यपूर्ण रूप से गरीब और कमजोर समुदायों की गरीबी, शिक्षा, स्वास्थ्य और मानवाधिकारों को संकट में डाल रही है। यह एक चेतावनी है कि जब संसाधनों के लिए वैश्विक प्रतिस्पर्धा उभरती अर्थव्यवस्थाओं में बढ़ती है, तो छोटे, अनदेखे जीव और समुदाय संकट में पड़ जाते हैं।
यह संकट हमें याद दिलाता है कि—न केवल तेल, धातुएँ या जल जैसे बड़े संसाधन—बल्कि गधे जैसी स्थानीय और मार्जिनलाइज्ड संपत्तियाँ भी ग्लोबल बाजार में हमले की चपेट में आ सकती हैं, और इनके समाधान के लिए बहु-क्षेत्रीय सहयोग, कानूनी कार्रवाई और नवप्रवर्तन की आवश्यकता है।