पानंगुडि, तमिलनाडु के नागपट्टिनम जिले में किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है। किसान सीपीसीएल (चेन्नई पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड) की रिफाइनरी विस्तार परियोजना के लिए अधिग्रहित की गई अपनी कृषि भूमि के उचित मुआवजे और पुनर्वास पैकेज की मांग कर रहे हैं।
📌 पृष्ठभूमि
सीपीसीएल ने पानंगुडि, नारिमनम और गोपुराजापुरम पंचायतों के लगभग 620 एकड़ कृषि भूमि का अधिग्रहण किया है। यह भूमि रिफाइनरी विस्तार और औद्योगिकीकरण के लिए ली गई है। किसानों का आरोप है कि उन्हें भूमि अधिग्रहण के लिए उचित मुआवजा नहीं मिला है, जिससे उनकी आजीविका संकट में पड़ गई है। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर चुनावों का बहिष्कार भी किया है। The New Indian Express
📌 प्रमुख मांगें
भूमि अधिग्रहण के लिए उचित मुआवजा।
किसान परिवारों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी।
पशुपालन के लिए वैकल्पिक चरागाह भूमि।
पुनर्वास और पुनर्वास अधिनियम (R&R Act) के तहत लाभ। Land Conflict Watch
📌 प्रशासनिक प्रतिक्रिया
जिला राजस्व अधिकारी (RDO) सी. अरंगनाथन ने किसानों से मुलाकात की और उन्हें पुनर्वास और पुनर्वास अधिनियम के तहत उचित मुआवजे का आश्वासन दिया। हालांकि, कई किसान इस आश्वासन से संतुष्ट नहीं हैं और अपनी मांगों को लेकर संघर्ष जारी रखे हुए हैं।
📌 हाल की घटनाएँ
हाल ही में, किसानों ने आरोप लगाया कि उन्हें लाभार्थियों की सूची से बाहर रखा गया है, क्योंकि उन्होंने अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया था। उनका कहना है कि जिन लोगों ने विरोध नहीं किया, उनके नाम सूची में शामिल किए गए हैं।