मैक्रों ने सुझाव दिया कि यूरोपीय नेताओं की ट्रम्प से मुलाकात के दौरान जिनेवा में पुतिन-ज़ेलेंस्की शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाए

TARESH SINGH
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मैक्रों ने सुझाव दिया कि यूरोपीय नेताओं की ट्रम्प से मुलाकात के दौरान जिनेवा में पुतिन-ज़ेलेंस्की शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाए अमेरिका की राजधानी वॉशिंगटन में हाल ही में ट्रम्प, ज़ेलेंस्की और प्रमुख यूरोपीय नेताओं के बीच एक उच्च-स्तरीय शिखर सम्मेलन हुआ। इसके बाद फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने एक ऊर्जा से भरे उत्साह के साथ कहा कि ज़ेलेंस्की और पुतिन के बीच वार्ता के लिए जेनेवा—a स्विट्ज़रलैंड का शांत, विश्व-प्रसिद्ध और न्यूट्रल शहर—एक आदर्श विकल्प हो सकता है। उन्होंने कहा:

“समझौते का मंच एक तटस्थ देश होना चाहिए—शायद स्विट्ज़रलैंड, मैं जेनेवा को आगे बढ़ा रहा हूँ…”
“…पिछली बार, द्विपक्षीय बातचीत इस्तांबुल में हुई थी।” EuractivLe Monde.frTASS

मैक्रों ने इस प्रस्ताव में यह संदेश दिया कि शांति चाहे कितनी भी कठिन हो, यूरोप इसे संभव बनाने का संकल्प रखता है।


ट्रम्प–ज़ेलेंस्की–यूरोपीय नेताओं की बैठक: एक मिश्रित मुस्कान से बनी राजनीति की तस्वीर

18 अगस्त 2025 को वाइट हाउस में आयोजित बैठक में ट्रम्प ने ज़ेलेंस्की और कई यूरोपीय नेताओं को एक साथ बुलाया। यह बैठक विद्वेष की बजाय सहयोग और बातचीत की ओर एक महत्वपूर्ण कदम की तरह दिखी।

ज़ेलेंस्की ने औपचारिक लेकिन उदार स्वागत प्राप्त किया, और इस बार उन्होंने ऑफ़िशियल सूट पहनकर गंभीरता जताई—पूर्व के मुकाबले एक ठोस छवि। ट्रम्प ने भी स्वागत में गर्मजोशी दिखाई, और बैठक के अगले चरण में पुतिन के साथ सीधे संचार के इशारे दिए। AP NewsThe TimesTIME

वहीं, यूरोपीय नेताओं—जैसे कि मैक्रों, स्टारमर, मर्ज, मेलनिसी—ने ज़ेलेंस्की के साथ एकजुटता दिखाई और चेतावनी दी कि अगर वार्ता से पहले युद्ध जारी रहेगा, तो किसी भी शांति की नींव कमजोर हो सकती है। मर्ज ने जर्मनी की देखा-देखी स्थिति रखते हुए कहा:

“अभी भी रास्ता लंबा और कठिन है…” The TimesThe Guardian


अंदर की राजनीति का परदा—ट्रम्प की रणनीति

विशेषज्ञों के अनुसार, यह बैठक ट्रम्प की अतालता—जिसे उन्होंने अंकोरेज में पुतिन से की बारिश के बाद जताया—और यूरोपीय नेताओं द्वारा आवश्यक दबाव के बीच एक संतुलन की कोशिश थी। कुछ अनुमानों में यह भी कहा गया है कि ट्रम्प ने बैठक के बीच में पुतिन को फोन कर वार्ता का रास्ता तैयार किया, और एक संभावित त्रिपक्षीय सम्मेलन की रूपरेखा बनाई—जिसमें पहले ज़ेलेंस्की और पुतिन मिलें, उसके बाद वे दोनों और ट्रम्प शामिल हों। AP News+1The Times

लेकिन यूरोपीय नेताओं ने साफ कर दिया: “शांति की नींव केवल तभी मजबूत होगी जब युद्ध थमता है।” ज़ेलेंस्की ने बिना किसी शर्त के वार्ता के लिए अपनी तत्परता जताई, जबकि यूरोप ने इस प्रस्ताव में मानवता और सुरक्षा को प्रमुख रखा। The GuardianAP NewsThe Times


मानवता से जुड़ी राजनीति की कहानी

इस घड़ी की राजनीति में, मैक्रों का जेनेवा-प्रस्ताव मानवीय सम्मान की प्रतिबिंब है—एक ऐसा स्थान ढूँढना जो युद्ध के बीच भी शांति की आशा को संरक्षित रख सके। वहीं ज़ेलेंस्की की ठहराव भरी सादगी, यूरोपीय नेताओं की एकजुटता और ट्रम्प की अप्रत्याशित डायरेक्टिव—इन सबने मिलकर एक मानवीय राजनीति पिरोई है, जहाँ संवाद और सम्मान की अल्पिका नींव बनी है।

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