स्वास्थ्य विभाग के भर्ती घोटाले में एक के बाद एक नई कहानियां सामने आ रही हैं. आगरा के अर्पित सिंह के बाद अब मुजफ्फरनगर का अंकुर और हरदोई का अंकित सिंह भी एक ही नाम से कई जिलों में नौकरी करते मिले. कहीं आधार नंबर अलग, कहीं पता एक जैसा, तो कहीं सैलरी उठाकर गायब. करोड़ों की चपत लग चुकी है और विभाग की नींद अब टूटी है.स्वास्थ्य विभाग के भर्ती घोटाले में एक के बाद एक नई कहानियां सामने आ रही हैं. आगरा के अर्पित सिंह के बाद अब मुजफ्फरनगर का अंकुर और हरदोई का अंकित सिंह भी एक ही नाम से कई जिलों में नौकरी करते मिले. कहीं आधार नंबर अलग, कहीं पता एक जैसा, तो कहीं सैलरी उठाकर गायब. करोड़ों की चपत लग चुकी है और विभाग की नींद अब टूटी है.