भारत की सड़कों पर मौत की सबसे बड़ी वजह सिर्फ तेज रफ्तार नहीं, बल्कि ड्राइवर की थकान और नशा है. एम्स ऋषिकेश की स्टडी और सरकारी आंकड़े दोनों बताते हैं कि आधे से ज्यादा हादसों में शराब, हर पांचवें में गांजा और हर चौथे में नींद जिम्मेदार है. कानून तो हैं, लेकिन पालन नहीं. सवाल ये है कि क्या सरकार और कंपनियां अब भी सोती रहेंगी या सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लेंगी?भारत की सड़कों पर मौत की सबसे बड़ी वजह सिर्फ तेज रफ्तार नहीं, बल्कि ड्राइवर की थकान और नशा है. एम्स ऋषिकेश की स्टडी और सरकारी आंकड़े दोनों बताते हैं कि आधे से ज्यादा हादसों में शराब, हर पांचवें में गांजा और हर चौथे में नींद जिम्मेदार है. कानून तो हैं, लेकिन पालन नहीं. सवाल ये है कि क्या सरकार और कंपनियां अब भी सोती रहेंगी या सड़क सुरक्षा को गंभीरता से लेंगी?