राष्ट्रपति ट्रंप छह लाख चीनी छात्रों को अमेरिका में बुलाकर बीजिंग के लिए अपनी दरियादिली दिखा रहे हैं. लेकिन उनके इस फैसले से अमेरिका की तमाम खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि छात्रों के जरिए चाइनीज सीक्रेट सर्विस साइबर अटैक और रिसर्च चोरी को अंजाम दे सकती है.राष्ट्रपति ट्रंप छह लाख चीनी छात्रों को अमेरिका में बुलाकर बीजिंग के लिए अपनी दरियादिली दिखा रहे हैं. लेकिन उनके इस फैसले से अमेरिका की तमाम खुफिया एजेंसियां सतर्क हो गई हैं, क्योंकि उन्हें डर है कि छात्रों के जरिए चाइनीज सीक्रेट सर्विस साइबर अटैक और रिसर्च चोरी को अंजाम दे सकती है.