'जब देश के खिलाफ नारे लगें और सब चुप रहें… तो गुस्सा आ ही जाता है', आजतक से बोलीं स्मृति ईरानी

0 Min Read

इंसान आक्रमक तब होता है, जब उसके विश्वास को चुनौती दी जाए. संसद में मुझे आक्रमक होते हुए कब-कब देखा, जब सदन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर बहुत दकियानूसी और उनको अपमानित करने वाले जो शब्द कहे गए, उसके विरोध में मैंने अपना गुस्सा व्यक्त किया. मैं देश के राष्ट्रपति के बचाव में लोगों को गुस्से में दिखाई दी. 

Share This Article
Leave a Comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version