इज़रायल-ईरान जंग से पहले, तेहरान और वॉशिंगटन ने ओमान की मध्यस्थता में पांच दौर की परमाणु वार्ता की थी, लेकिन ईरान में यूरेनियम संवर्धन जैसी बड़ी बाधाओं का सामना करना पड़ा था, जिसे पश्चिमी ताक़तें हथियारीकरण के किसी भी जोखिम को कम करने के लिए खत्म करना चाहती हैं.