पंजाब में बाढ़ के दस दिन बाद भी कई परिवार मवेशियों के साथ हाईवे पर रहने को मजबूर हैं. राहत शिविर दूर होने और मवेशियों की व्यवस्था न होने से सड़क ही उनका घर बन गया है. फसलें नष्ट हो चुकी हैं, घर पानी में डूबे हैं. लोग लंगर और सेवा पर निर्भर हैं और सरकारी मदद और मुआवजे के इंतजार में हैं.पंजाब में बाढ़ के दस दिन बाद भी कई परिवार मवेशियों के साथ हाईवे पर रहने को मजबूर हैं. राहत शिविर दूर होने और मवेशियों की व्यवस्था न होने से सड़क ही उनका घर बन गया है. फसलें नष्ट हो चुकी हैं, घर पानी में डूबे हैं. लोग लंगर और सेवा पर निर्भर हैं और सरकारी मदद और मुआवजे के इंतजार में हैं.