विपक्ष की ओर से कहा जाता है कि मोदी-शाह युग में बीजेपी का एक एक कदम चुनावी गणित के लिए होता है. अयोध्या में राम मंदिर का ध्वजारोहण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर सकती हैं. इसके साथ ही समारोह की तैयारी इस तरह से की गई है जो पूरे देश के दलित -पिछड़ों के लिए संदेश होगा. बिहार चुनाव जो आने वाले हैं.विपक्ष की ओर से कहा जाता है कि मोदी-शाह युग में बीजेपी का एक एक कदम चुनावी गणित के लिए होता है. अयोध्या में राम मंदिर का ध्वजारोहण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू कर सकती हैं. इसके साथ ही समारोह की तैयारी इस तरह से की गई है जो पूरे देश के दलित -पिछड़ों के लिए संदेश होगा. बिहार चुनाव जो आने वाले हैं.