16 सितंबर, जो कभी नवजोत सिंह के परिवार के लिए बेटे की मुस्कान और पिता के हाथों से कटे केक की मिठास का दिन होता था, इस बार गहरे दर्द का साया बन गया. सड़क हादसे ने पिता को छीन लिया. बेटे के जन्मदिन पर घर गिफ्ट तो पहुंचा, पर भेजने वाला नहीं. वही दिन, जब पिता बेटे को खुशी देते थे, अब बेटा पिता की अर्थी को कंधा दे रहा था.16 सितंबर, जो कभी नवजोत सिंह के परिवार के लिए बेटे की मुस्कान और पिता के हाथों से कटे केक की मिठास का दिन होता था, इस बार गहरे दर्द का साया बन गया. सड़क हादसे ने पिता को छीन लिया. बेटे के जन्मदिन पर घर गिफ्ट तो पहुंचा, पर भेजने वाला नहीं. वही दिन, जब पिता बेटे को खुशी देते थे, अब बेटा पिता की अर्थी को कंधा दे रहा था.