भारत को महीनों तक रूस का मददगार बताकर उसकी आलोचना करने के बाद, डोनाल्ड ट्रंप को बीजिंग में एक बड़ा विलेन मिल गया है. अपने गुस्से को पूरब की ओर मोड़ते हुए, उन्होंने नई दिल्ली को बख्श दिया है. लेकिन सिर्फ़ इसलिए कि वह रूस के चंगुल में और गहराई तक न फंस जाए.भारत को महीनों तक रूस का मददगार बताकर उसकी आलोचना करने के बाद, डोनाल्ड ट्रंप को बीजिंग में एक बड़ा विलेन मिल गया है. अपने गुस्से को पूरब की ओर मोड़ते हुए, उन्होंने नई दिल्ली को बख्श दिया है. लेकिन सिर्फ़ इसलिए कि वह रूस के चंगुल में और गहराई तक न फंस जाए.