पितृपक्ष जैसी परंपरा सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि दुनिया के कई देशों में भी पूर्वजों को खास तरीके से याद किया जाता है. अलग-अलग परंपराओं के बावजूद, इनका मकसद एक ही है कि अपने पितरों का सम्मान और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करना.पितृपक्ष जैसी परंपरा सिर्फ भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि दुनिया के कई देशों में भी पूर्वजों को खास तरीके से याद किया जाता है. अलग-अलग परंपराओं के बावजूद, इनका मकसद एक ही है कि अपने पितरों का सम्मान और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करना.