कानपुर में फर्जीवाड़े की हैरान करने वाली कहानी सामने आई. आजाद सिंह नामक युवक ने पहले 5 साल तक फर्जी सिपाही बनकर लोगों को ठगा और फिर खुद को प्रमोशन देकर दरोगा घोषित कर दिया. वर्दी और रुतबे के सहारे उसने शादी की, ससुराल और पत्नी तक को धोखा दिया. यहां तक कि अपने साले को भी साथ मिलाकर वसूली करता रहा. आखिरकार 10 साल बाद चोरी की जांच में उसका खेल खुल गया.कानपुर में फर्जीवाड़े की हैरान करने वाली कहानी सामने आई. आजाद सिंह नामक युवक ने पहले 5 साल तक फर्जी सिपाही बनकर लोगों को ठगा और फिर खुद को प्रमोशन देकर दरोगा घोषित कर दिया. वर्दी और रुतबे के सहारे उसने शादी की, ससुराल और पत्नी तक को धोखा दिया. यहां तक कि अपने साले को भी साथ मिलाकर वसूली करता रहा. आखिरकार 10 साल बाद चोरी की जांच में उसका खेल खुल गया.