Tourists banned as Hogenakkal receives 1.35 lakh cusecs as inflow

TARESH SINGH
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होगेनक्कल जलप्रपात, जो तमिलनाडु और कर्नाटक की सीमा पर स्थित है, हाल ही में अत्यधिक जलप्रवाह के कारण पर्यटकों के लिए असुरक्षित हो गया है। कर्नाटक के कबिनी और कृष्णराज सागर (KRS) बांधों से अत्यधिक जल निकासी के कारण कावेरी नदी में जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। इस अप्रत्याशित वृद्धि के मद्देनजर, धर्मपुरी जिला प्रशासन ने पर्यटकों के लिए जलप्रपात क्षेत्र में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है।NewKerala.com


जलप्रवाह में अप्रत्याशित वृद्धि

हाल के दिनों में, कावेरी नदी के जलग्रहण क्षेत्रों में लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण कबिनी और KRS बांधों से क्रमशः 21,000 और 23,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इस भारी जल निकासी के परिणामस्वरूप, होगेनक्कल में जलप्रवाह 18,000 क्यूसेक से बढ़कर 32,000 क्यूसेक तक पहुँच गया। इसके अगले 24 घंटों में यह जलप्रवाह और बढ़कर 57,000 क्यूसेक तक पहुँच गया, जिससे जलप्रपात के मुख्य जलधारा, सिनीपल्स और ऐंथार्वु धाराएँ उफान मारने लगीं। इस अप्रत्याशित जलप्रवाह ने जलप्रपात के दृश्य को और भी आकर्षक बना दिया, लेकिन साथ ही यह पर्यटकों के लिए खतरे की घंटी भी साबित हुआ। The Shillong Times+1


पर्यटकों के लिए सुरक्षा उपाय

धर्मपुरी जिला प्रशासन ने पर्यटकों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जलप्रपात में स्नान करने और जलप्रपात के निकट जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध लगातार बढ़ते जलस्तर और जलप्रपात के आसपास की धाराओं की तीव्रता को देखते हुए लिया गया है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है, जिससे स्थिति और गंभीर हो सकती है।


स्थानीय निवासियों और पर्यटकों के लिए सलाह

अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों और पर्यटकों से अपील की है कि वे नदी के किनारे से दूर रहें और जलप्रपात क्षेत्र में प्रवेश करने से बचें। सुरक्षा कारणों से, कोराकल (बांस की नाव) सेवाओं को भी निलंबित कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस और आपदा प्रबंधन दल स्थिति पर कड़ी नजर रखे हुए हैं और किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।


भविष्य की तैयारी और चेतावनी

जलप्रपात क्षेत्र में जलप्रवाह की स्थिति की निरंतर निगरानी की जा रही है। अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि जलप्रवाह और बढ़ता है, तो और भी कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए जा सकते हैं। स्थानीय प्रशासन ने सभी संबंधित विभागों को सतर्क रहने और किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया है।


निष्कर्ष

होगेनक्कल जलप्रपात की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करती है, लेकिन वर्तमान में बढ़ते जलप्रवाह के कारण यह क्षेत्र असुरक्षित हो गया है। स्थानीय प्रशासन द्वारा लागू किए गए सुरक्षा उपायों का उद्देश्य पर्यटकों और स्थानीय निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। पर्यटकों से अनुरोध है कि वे प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और जलप्रपात क्षेत्र में जाने से बचें जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती।

 
 
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